हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "काफी, पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
لا تَطلُبوا عَثَراتِ المؤمنينَ؛ فإنّ مَـن تَتَبّعَ عَثَراتِ أخيهِ تَتَبّعَ اللّهُ عَثَراتِهِ ...
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
मुसलमानों की कमियों और बुराइयों को तलाश ना करो क्योंकि जो भी अपने भाई की कमियों और बुराइयों को तलाश करेगा अल्लाह ताला भी उसकी कमियों और बुराइयों
को तलाश करेगा,
काफी,2/355/5